
चौहरमल जी की जयंती के अवसर पर आयोजित भव्य मेले का विधिवत उद्घाटन किया : चिराग
मोकामा, (खौफ 24) दिनांक 12 अप्रैल, 2025 लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री श्री चिराग पासवान ने आज मोकामा के चाराडीह में वीर शिरोमणि बाबा चौहरमल जी की जयंती के अवसर पर आयोजित भव्य मेले का विधिवत उद्घाटन किया। कार्यक्रम की शुरुआत बाबा चौहरमल मंदिर में पूजा-अर्चना कर आशीर्वाद प्राप्त करने से हुई।
इस ऐतिहासिक अवसर पर देशभर, विशेष रूप से बिहार के सभी जिलों एवं अन्य राज्यों से आए लाखों श्रद्धालुओं को श्री पासवान ने संबोधित किया। अपने उद्बोधन में उन्होंने कहा कि जब तक मेरे शरीर में लहू का एक भी कतरा बाकी है मेरे शरीर मे एक भी सांस बाकी है मेरे शरीर के हर एक लहू का एक-एक कतरा आप सबों के लिए समर्पित है । कई लोग जो आज भी चिराग पासवान को समाप्त करने की सोच रखते हैं जिन लोगों ने चिराग पासवान को समाप्त करने का प्रयास किया पूरी शक्ति लगा दी वह लोग भूल जाते हैं कि चिराग पासवान शेर का बेटा है ना तो मैं डरने वाला हूं ना झुकने वाला हूं और डरता तो किसी से भी नहीं हूं चाहे जितनी ताकत आजमानी हो आजमा ले ।
सिसर पर कफन बांध कर निकला हूं जब तक बिहार को विकसित राज्य नहीं बना दूंगा जब तक बिहार वासियों को उसका हक उनका अधिकार नहीं दिला दूंगा तब तक चैन की सांस नहीं लूंगा मैं बिहार को फर्स्ट और बिहारी को फर्स्ट बनाने की सोच है यह वादा आप लोगों से करता हूं आप लोग मेरा साथ दीजिए इस अवसर पर अपने पिताजी को याद करते हुए श्री चिराग ने कहा कि जहां-जहां मेरे पिता गए उन्होंने प्रयास किया कि कैसे आप लोगों को मुख्य धारा से जोड़ा जाए आज आप लोगों के आशीर्वाद से मुझे भी प्रधानमंत्री जी ने मंत्रिमंडल में केंद्रीय मंत्री की जिम्मेदारी मिली है यह आप लोगों ने संभव किया है यह विश्वास दिलाता हूं कि अपनी लगन और मैं अपनी मेहनत से जीवन में आप समूह की सेवा में सदा तत्पर रहूंगा ।
बाबा चौहरमल हम सबों के आराध्य हैं हम सब उनके वंशज हैं उनके कृपा से हम लोग समाज को आगे ले जाने का काम करेंगे हम चाहते हैं कि ऐसे युवा बिहार का निर्माण हो जहां आप सभी युवाओं को बिहार में ही रोजगार मिले अपने ही प्रदेश में शिक्षा का अवसर मिले उद्योग लगे और कारखाने खुलें इस सोच के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं ज्यादा से ज्यादा शैक्षिक संस्थान यहां पर आए ज्यादा से ज्यादा यहां अस्पताल खुले ताकि जी विकसित बिहार की कल्पना हमारे नेता ने की थी उसे विकसित बिहार को बिहार में रहकर ही विकसित बनाएंगे आप ऐसे ही हमारा साथ दीजिएगा हमारी केंद्र की एनडीए की सरकार हमारे प्रदेश की एनडीए की सरकार पूरी ईमानदारी और मेहनत से आप लोगों को मुख्य धारा से जोड़ने का प्रयास कर रही है आगे श्री चिराग ने कहा कि अपने भाई और बेटे का साथ और संरक्षण दीजिए ।
श्री चिराग ने अपने विरोधियों पर हमला करते हुए कहा कि कई लोग यहां पर आएंगे जिन्होंने हमें खत्म करने का प्रयास किया वे लोग भी आएंगे जिन्होंने हमारे मां को गाली देने का काम किया। अब मेरे पिता इस दुनिया में नहीं है आप ही को हमारी मां बहन और भाई बनना है बदले में हम बिहार को फर्स्ट और बिहारी फर्स्ट बनाने का प्रयास करेंगे।चाचा पर कटाक्ष करते हुए श्री चिराग ने कहा कि मेरे पिता के निधन के बाद कई बड़ी शक्तियों ने मुझे समाप्त करने की साजिश रचने का काम किया उसमें हमारे कई अपने भी थे आज भी मेरे परिवार को मेरी मां को मेरी बड़ी मां को अपमान करने का काम करते हैं मेरे पिता भी आप हैं मेरी मां भी आप हैं और मेरे भाई भी आप हैं आपको मेरा संरक्षण करना होगा मेरी रक्षा करनी होगी।इस अवसर पर दो दिवसीय भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें श्री पासवान ने स्वयं श्रद्धालुओं को महाप्रसाद वितरित किया।
पटना से चाराडीह तक पूरे मार्ग में पार्टी नेताओं एवं कार्यकर्ताओं द्वारा उनका भव्य स्वागत किया गया। रानी सराय, सबनीमा, मलाही, रैली, कन्हैपुर, मोरहर, बरहपुर व मोकामा तक जगह-जगह तोरण द्वार, पोस्टर और बैनर लगाए गए। चाराडीह पहुंचते हीं श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखने को मिला। “रामविलास पासवान अमर रहें” और “चिराग पासवान ज़िंदाबाद” जैसे नारों से माहौल गूंज उठा। स्थानीय श्रद्धालुओं ने उन्हें फूलमाला, पगड़ी और तलवार भेंट कर सम्मानित किया।
मुख्य प्रवक्ता डॉ. राजेश भट्ट ने जानकारी दी कि इस अवसर पर जमुई सांसद श्री अरुण भारती, राजेश वर्मा पार्टी के प्रदेश राष्ट्रीय महासचिव शंकर झा बाबा, डॉ शहनवाज अहमद कैफी प्रधान राष्ट्रीय प्रवक्ता धीरेंद्र कुमार मुन्ना महासचिव संजय पासवान, संसदीय बोर्ड के प्रदेश अध्यक्ष हुलास पांडे, प्रदेश उपाध्यक्ष अशरफ अंसारी, संजय सिंह मुख्य प्रवक्ता डॉ. राजेश भट्ट, वेद प्रकाश पांडे डॉ अजय सोनू सिंह, परशुराम पासवान, शोभा सिंहा पासवान, प्रदेश प्रवक्ता जितेंद्र यादव मनीष सिंह अनुपम पासवान दिनेश पासवान राज प्रिंस मृणाल शशि भूषण प्रसाद ओमप्रकाश भारती सहित सैकड़ों नेता और कार्यकर्ता उपस्थित थे।